क्या है पूरा मामला? Kya akhand bharat ka hissa tha america? कैसे भारत से अलग हुआ अमेरिका ?
प्राचीनकाल में अखंड भारत में बड़ा ही सम्पन्न राज्य हुआ करता था जिसका नाम था अमृतका | यही पर समुद्र मंथन में निकले अमृत को लेकर देवताओ और दैत्यों में संघर्ष हुआ था जिसके कारण इस नगर का नाम अमृतका पड़ गया था | इस राज्य को साइंस और टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता था और यंहा आसमान छूती इमारते भी थी | इसी के कारण भारत को सोने की चिड़िया भी कहा जाता था | अमृतका के सभी लोग कम्युनिस्ट थे जिसके कारण उन्हें रेड इन्डियन कहा जाता था |
अमृतका में अभिराम लिंगेसन नाम का एक नेता था जो इस राज्य को तोड़कर भारत से अलग कर देना चाहता था ताकि खुद यंहा का राष्ट्रपति बन सके | जिसके लिए उसने साजिश रची और लोगो से कहा कि भारत में रहकर उनके अच्छे दिन नही आएंगे इसलिए अब उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए ,लेकिन लोगो ने उसकी बात नही मानी |
एक बार अभिराम लिंगेसन ने दिवाली है बोलकर दो न्यूक्लियर बम फोड़ दिए जिसके कारण धरती की प्लेटो के टुकड़े हो गये और अमृतका भारत से अलग हो गया | उस वक़्त भारत के प्रधानमन्त्री नेहरु ने कोई कदम नही उठाया और अखंड भारत को बचाने की कोई कोशिश नही की |
अलग होने के बाद अमृतका में काफी विकास होने लगा और भारत पिछड़ने लगा क्यूकि भारत में नेहरु का शासन था |
अब अमृतका में चुनाव होने वाले थे जिनमे जीतने के लिए अभिराम ने लोगो की अज्ञानता का फायदा उठाकर लोगो को धर्म के नाम पर लडवाया और "चर्च वही बनायेंगे " का नारा दिया |
विकास , अच्छे दिन और रोजगार के झूठे वादे कर उसने चुनाव जीत लिया और खुद राष्ट्रपति बन गया | राष्ट्रपति बनने के बाद उसने अमृतका राज्य का नाम बदलकर अमरीका रख दिया | खुद भी अब्राहम लिंकन बन गया |
भाइयो और बहनों क्या सभी भारतवासियों का यह फ़र्ज़ नही है कि हम फिर से अमृतका को वापस लाये और उसका विकास न होने दे | सच्चे भारतीय इसे इतना शेयर करे कि पूरी दुनिया को अतुल्य भारत का इतिहास पता चल जाए | आप सभी आगे आये और अमृतका को भारत में मिला कर फिर से सोने की चिडिया और अखंड भारत बनाने के लिए अपना अमोल योगदान दे |
जय माँ भारती , जय अमृतका मौसी

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें